इन्तज़ार

लौट जाओ तुम्हें कोई अपना प्यार करता होगादेख मेरी तरह आईने से इज़हार करता होगा इक साया सा आता है तेरा जो खफ़ा खफ़ा सा लगता हैजाने तू किस बात का मुझसे ख़ुमार करता होगा ये किस बात का असर मेरी धड़कन तेज़ हो जाती हैआजकल तेरे दिल का काम मेरा दिल लगातार करता होगाContinue reading “इन्तज़ार”

कुछ अनकहा-2

अब थक गया हूं मैं और ख़ुद की वक़ालत नहीं कर सकतामेरे भरोसे मत रह दिल अब मैं तेरी हिफाज़त नहीं कर सकता हुए थे जो मेरे एहसास मैंने बड़े हिफाज़त से सज़ा रखे हैंमैं लिखकर दिखा सकता हूं मग़र बात नहीं कर सकता कहने को कुछ बाकी नहीं छोड़ा हमनें वैसेमैं हर किसी केContinue reading “कुछ अनकहा-2”

कुछ नया

अग़र ज़िंदगी में कुछ नया न होतापुराना हमारा था वो  गया न होता अब उसे अब की तरहा दूर करना हैअच्छा होता जो खुद को दरिया में डुबाया न होता इतना भी क्या इख्तियार करना किसी पेबच जाते हम अग़र दिल उसे दिखाया न होता हमनें तो हर लम्हा उसकी ख्वाहिशें पूरी कीहम मतलबी होतेContinue reading “कुछ नया”

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