लौट जाओ तुम्हें कोई अपना प्यार करता होगा
देख मेरी तरह आईने से इज़हार करता होगा
इक साया सा आता है तेरा जो खफ़ा खफ़ा सा लगता है
जाने तू किस बात का मुझसे ख़ुमार करता होगा
ये किस बात का असर मेरी धड़कन तेज़ हो जाती है
आजकल तेरे दिल का काम मेरा दिल लगातार करता होगा
ये वो जितनी भी हैं सब खुशियां तेरे जाने से चली गईं
फिर भी ख़ामोशी में दिल तो तेरा दीदार करता होगा
मैं कोशिश लाखों दफ़ा कर चुका हूं वो दिन भूल जाऊं
हो सकता शायद है ऐसी ही कोशिशें मेरा यार करता होगा
इक उम्मीद है सी नज़र आती है तेरे लौट आने की
बस इसी आस में मेरा दिल तुझे इंतज़ार करता होगा
अभी तक सब लम्हों को मैंने क़ैद करके रखा है
तुझे कुछ याद नहीं क्यों इस बात से तू इनकार करता होगा
ख़ुदा भी तुझे बना कर तुझे बदलना चाहता है
देख के तेरी आंखों का क्या बयां वार-ए-दुशवार करता होगा