आपकी बात पर गौर किया है,अभी पीना शुरू ही किया है…2 पहले ज़िन्दगी कट रही थी, मग़र अब जीना शुरू किया है
याद में तेरी सब भूल जाता हूं, पल-दो-पल सही तुझे भी याद आता हूं…2
एक दफ़ा तुजसे मिल लेता, मग़र तेरे बिन ही सही अब जीना शुरू किया है
जब-2 महफ़िल जमेगी यारों की, बेहिसाब जाम लगते रहेंगे…2
देख कर दिलों के रिश्ते हमारे, देखो किसी ने अब जलना शुरू किया है
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आपके लिये वो लफ़्ज़ बने ही नहीं जिनसे आपको लिख पाऊं…2
पहले तो सब ठीक था तब आप थे, मग़र अब दिल ने घबराना शुरू किया है
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ख़ुशी हुई ख़ुशी देखकर, अपनी न सही आप की देखकर…2
हम तो पहले से ही चाहते हैं आपको, मग़र अब किसी और को चाहना शुरू किया है…
चाह कर भी दिल से न निकाल पाओगे, टूट जाओगे मग़र जुड़ नहीं पाओगे…2
देखो अब हमें याद न करना तुम, हमनें ख़ुद को जोड़ना अब शुरू किया है
By:-Gaurav Singh
Blog:-https://gauravpoetryblog.wordpress.com